शिमला। हिमाचल प्रदेश में मानसून की पहली बड़ी आफ़त ने भारी तबाही मचाई है। बीते 24 घंटे में राज्य के कुल्लू और कांगड़ा जिलों में भारी बारिश के कारण कई जगह बादल फटे और अचानक आई बाढ़ ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया। राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी हैं। मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी देते हुए 4 जिलों में ज्यादा खतरा बताया है। प्रदेश में भारी बारिश के कारण लगभग 170 सड़कें भी बंद कर दी गई हैं।
मौसम विभाग की चेतावनी जारी
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार आज भी प्रदेश के कई हिस्सों में भारी वर्षा की आशंका बनी हुई है। इसे लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। कांगड़ा, मंडी, शिमला और सोलन जिलों में तेज बारिश की चेतावनी दी गई है। वहीं चंबा, सिरमौर, मंडी, कांगड़ा और शिमला जिलों में फ्लैश फ्लड का खतरा बताया गया है।
कांगड़ा में सैलाब से दो की मौत, छह अब भी लापता
कांगड़ा जिले के धर्मशाला क्षेत्र में मनुनी खड्ड में अचानक आई बाढ़ ने छह लोगों को बहा दिया। इनमें से दो के शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि शेष छह की तलाश जारी है। ये सभी मजदूर थे, जो एक निर्माणाधीन हाइड्रो प्रोजेक्ट में काम कर रहे थे। एक अन्य व्यक्ति को अपनी जान बचाते हुए जंगल की ओर भागते हुए देखा गया जिसे खोजने के लिए विशेष टीम भेजी गई है। लापता मजदूरों में दो उत्तर प्रदेश से, तीन नूरपुर से और एक चंबा से हैं।
राहत कार्यों के लिए राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की दो टीमें, होम गार्ड की एक टीम और पुलिस की विशेष इकाई को तैनात किया गया है। घटनास्थल पर उपायुक्त कांगड़ा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, उपमंडलाधिकारी धर्मशाला और तहसीलदार स्वयं उपस्थित हैं और राहत अभियान की निगरानी कर रहे हैं। जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र कांगड़ा से समस्त सर्च ऑपरेशन की कमान एडीएम संभाल रहे हैं। एसडीआरएफ की 13 सदस्यीय टीम मौके पर डटी है और एनडीआरएफ की टीम भी पहुंच गई है।
कुल्लू में बादल फटने से तबाही, तीन लोग बह गए
कुल्लू जिले के सैंज क्षेत्र में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। सैंज के रैला बिहाल में आई बाढ़ में तीन लोग बह गए औऱ इनकी तलाश जारी है। इस क्षेत्र में आठ वाहन, 10 छोटे पुल और एक बिजली प्रोजेक्ट भी बाढ़ की चपेट में आ गए। वहीं मनाली और आसपास के क्षेत्रों में आज आसमान हल्के बादलों से घिरा है। ब्यास नदी के जलस्तर में गिरावट आई है, लेकिन कल की बाढ़ से बाहंग क्षेत्र में तीन दुकानें बह गईं। मनाली-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे-3 को बिंदु ढंकार के पास नुकसान पहुंचा है, हालांकि फिलहाल यातायात सामान्य हो गया है।
राज्य भर में 171 सड़कें बंद, 550 ट्रांसफार्मर ठप
राज्य के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश और भूस्खलन से हालात बिगड़ गए हैं। कुल्लू और कांगड़ा जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त है। प्रदेशभर में औट-बंजार-सैंज नेशनल हाईवे समेत कुल 171 सड़कें बंद हैं और 550 बिजली ट्रांसफार्मर ठप हो गए हैं। इससे ग्रामीण इलाकों में बिजली और यातायात की भारी समस्या पैदा हो गई है।
प्रशासन सतर्क, प्रभावितों की मदद में जुटा
प्रशासन ने संवेदनशील इलाकों में सतर्कता बढ़ा दी है और प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। निर्माणाधीन हाइड्रो प्रोजेक्ट में कार्यरत अन्य मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। उपायुक्त कांगड़ा ने मीडिया में चल रही कुछ भ्रामक जानकारियों को खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि अब तक दो मौतों और छह लोगों के लापता होने की पुष्टि हुई है।